क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जो हर पल रोमांच और आश्चर्य से भरा होता है। इस खेल में कुछ रिकॉर्ड्स इतने अनोखे होते हैं कि वे इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो जाते हैं।
ऐसा ही एक रिकॉर्ड बनाया है भारत के उभरते हुए सितारे रुतुराज गायकवाड़ ने, जब उन्होंने एक ओवर में सात छक्के लगाकर क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया।
यह कारनामा न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का विषय है, बल्कि विश्व क्रिकेट में भी एक अनोखा रिकॉर्ड है। आइए, इस ऐतिहासिक पल की कहानी को विस्तार से जानते हैं।

वह ऐतिहासिक दिन: विजय हजारे ट्रॉफी 2022
अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम। तारीख: 28 नवंबर 2022। विजय हजारे ट्रॉफी का क्वार्टर फाइनल। महाराष्ट्र और उत्तराखंड की टीमें आमने-सामने थीं। मैदान पर रुतुराज गायकवाड़ अपने बल्ले से जादू बिखेर रहे थे।
उनकी हर शॉट में शानदार तकनीक और आक्रामकता की झलक थी। लेकिन असली धमाका तब हुआ, जब 49वां ओवर शुरू हुआ। उत्तराखंड के गेंदबाज शिवा सिंह गेंद लेकर आए, और फिर जो हुआ, वह क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया।
एक ओवर, सात छक्के: कैसे रचा गया इतिहास?
सपना सा लगता है, है ना? एक ओवर में सात छक्के! लेकिन यह कोई सपना नहीं, हकीकत है। आमतौर पर एक ओवर में छह गेंदें होती हैं, लेकिन शिवा सिंह ने इस ओवर में एक नो-बॉल फेंक दी, जिसने रुतुराज को सातवीं गेंद का मौका दिया। और रुतुराज ने इस मौके को दोनों हाथों से लपक लिया। आइए, उस ओवर की हर गेंद का रोमांच महसूस करें
पहली गेंद: रुतुराज ने गेंद को लॉन्ग-ऑन की दिशा में उड़ाया। गेंद स्टैंड्स में, और स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट!
दूसरी गेंद: इस बार मिड-विकेट के ऊपर से विशाल छक्का। गेंदबाज की आँखों में हल्का डर दिखने लगा।
तीसरी गेंद (नो-बॉल): शिवा सिंह ने नो-बॉल फेंकी। रुतुराज ने मौके को भुनाया और गेंद को डीप स्क्वायर लेग में भेजा।
फ्री-हिट: फ्री-हिट पर रुतुराज ने फिर से गेंद को आसमान में उड़ाया। दर्शक अब खड़े हो चुके थे!
चौथी गेंद: गेंद कवर के ऊपर से स्टैंड्स में। रुतुराज का आत्मविश्वास चरम पर था।
पांचवीं गेंद: लॉन्ग-ऑफ की दिशा में एक और शानदार छक्का। गेंदबाज अब पूरी तरह बेबस।
छठी गेंद: आखिरी गेंद को भी रुतुराज ने स्टेडियम के बाहर भेजकर इतिहास रच दिया।

इस ओवर में कुल 43 रन बने—एक विश्व रिकॉर्ड! स्टेडियम में मौजूद हर शख्स और टीवी पर देख रहे लाखों प्रशंसक स्तब्ध थे। यह पल सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि क्रिकेट का उत्सव था।
रुतुराज की तूफानी पारी
रुतुराज ने उस दिन 159 गेंदों पर 220 रन बनाए। उनकी पारी में 10 चौके और 16 छक्के शामिल थे। यह पारी इतनी विस्फोटक थी कि महाराष्ट्र ने 330/5 का स्कोर खड़ा किया और उत्तराखंड को 55 रनों से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। रुतुराज की बल्लेबाजी में संयम, तकनीक और आक्रामकता का ऐसा मिश्रण था, जो हर क्रिकेट प्रेमी को रोमांचित कर गया।
क्या बनाता है इस रिकॉर्ड को खास?
विश्व का पहला रिकॉर्ड: इससे पहले युवराज सिंह, किरोन पोलार्ड और क्रिस गेल जैसे दिग्गजों ने एक ओवर में छह छक्के लगाए थे, लेकिन सात छक्कों का कारनामा सिर्फ रुतुराज के नाम है।
नो-बॉल का जादू: नो-बॉल ने रुतुराज को सातवीं गेंद दी, और उन्होंने इसे इतिहास में बदल दिया।https://amzn.in/d/hhrugAn