दिल से दिल तक: विराट कोहली की 82 सेंचुरी, RCB का सपना, और एक युग का अंत

दिल्ली का चीकू, सपनों का सिकंदर

दिल्ली की गलियों में 5 नवंबर 1988 को जन्मा एक शरारती बच्चा, जिसे घरवाले प्यार से “चीकू” बुलाते थे। विराट कोहली के पिता प्रेम कोहली एक वकील थे, और माँ सरोज कोहली घर की धुरी।

मोहल्ले के मैदानों में प्लास्टिक की गेंद से क्रिकेट खेलते हुए, नन्हा विराट सपने बुनता था—वह एक दिन भारत का नाम रोशन करेगा। 9 साल की उम्र में, पिता उसे वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी ले गए, जहाँ कोच राजकुमार शर्मा ने उसकी आँखों में चिंगारी देखी। यहीं से शुरू हुआ एक ऐसे क्रिकेटर का सफर|

जो दुनिया पर राज करने वाला था। लेकिन जिंदगी ने उसे जल्दी ही आजमाया। 2006 में, जब वह दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहा था, पिता का निधन हो गया। 18 साल का विराट टूट सकता था, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसी दिन, मैदान पर उतरकर उसने 90 रन ठोके और दिल्ली को हार से बचाया। यह था उसका जुनून, जिसने उसे “किंग कोहली” बनाया।

विश्व मंच पर कोहली का जलवा

2008 में, 19 साल की उम्र में, विराट ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। चश्मा पहने, चुलबुले अंदाज़ वाले इस लड़के को शुरू में हल्के में लिया गया, लेकिन 2011 के विश्व कप ने दुनिया को उसका लोहा मनवाया। सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों के साथ खेलते हुए, उसने भारत को चैंपियन बनाया। 2013 में वनडे कप्तान और 2017 में टेस्ट कप्तान बनने के बाद, विराट ने भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत उसकी कप्तानी का सबसे सुनहरा पल था।
विराट की बल्लेबाजी किसी तूफान से कम नहीं। उनके कवर ड्राइव और लॉफ्टेड शॉट्स ने गेंदबाजों की नींद उड़ा दी। 2025 तक, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 82 सेंचुरी लगाईं—51 वनडे, 30 टेस्ट, और 1 टी20आई में। यह उपलब्धि उन्हें सचिन तेंदुलकर (100 सेंचुरी) के बाद दूसरा सबसे बड़ा सेंचुरी मेकर बनाती है। 
2022 के टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 82* रन की उनकी पारी, जिसमें हारिस रऊफ का छक्का शामिल था, को क्रिकेट इतिहास का सबसे यादगार पल माना जाता है। 2024 के टी20 विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 76 रन की पारी ने भारत को 11 साल बाद टी20 विश्व कप दिलाया।

IPL का लंबा इंतज़ार और 2025 की जीत

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के साथ विराट का रिश्ता 2008 से है। वह एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हर IPL सीजन में एक ही फ्रेंचाइज़ी के लिए खेला। 2016 में, उन्होंने 973 रन बनाए, जिसमें चार सेंचुरी थीं, लेकिन ट्रॉफी नहीं मिली। 17 साल का इंतज़ार 2025 में खत्म हुआ। राजत पाटीदार की कप्तानी में RCB ने अहमदाबाद में पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर पहली IPL ट्रॉफी जीती। विराट की 43 रन की पारी और उनकी नेतृत्वकारी मौजूदगी ने टीम को प्रेरित किया। जीत के बाद, आँखों में आँसू लिए विराट ने कहा, "यह मेरी जिंदगी का सबसे खास पल है। मैंने RCB को अपनी जवानी दी, और यह ट्रॉफी मेरे लिए सब कुछ है।" क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स के साथ जश्न में डूबा चिन्नास्वामी स्टेडियम उस रात एक मंदिर बन गया, जहाँ फैंस का नारा "ई साला कप नमदु" गूँज उठShipped।
King kohli jesa khel na hain to ek bahut acha cricket bat hona chahiye ase bats ki link 🔗 nike hain 

https://amzn.to/3GOziJ6

https://amzn.to/3GPNSjw

टेस्ट क्रिकेट को अलविदा

2025 में, विराट ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। 123 टेस्ट में 9,230 रन, 30 सेंचुरी, और 7 डबल सेंचुरी के साथ, वह भारत के चौथे सबसे बड़े टेस्ट रन-स्कोरर बने। उनकी आखिरी टेस्ट सेंचुरी 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में आई, लेकिन सीरीज में बाद में उनका फॉर्म गिरा। संन्यास की घोषणा इंस्टाग्राम पर की, जहाँ उन्होंने लिखा, "14 साल तक टेस्ट क्रिकेट ने मुझे सब कुछ सिखाया। अब नई पीढ़ी को मौका देने का वक्त है। #269 साइनिंग ऑफ।" चिन्नास्वामी में फैंस ने सफेद जर्सी पहनकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। यह एक युग का अंत था, लेकिन विराट की विरासत अमर रहेगी।
फिटनेस, परिवार, और समाज सेवा
विराट ने क्रिकेट को सिर्फ खेल नहीं, बल्कि जीवनशैली बनाया। एक समय जंक फूड खाने वाले विराट ने अपनी फिटनेस को पूरी तरह बदला, और आज उनकी डाइट और अनुशासन युवाओं के लिए मिसाल हैं। उनकी आक्रामकता और "कभी हार न मानने" वाला रवैया मैदान पर उन्हें शेर बनाता है।
2017 में, उन्होंने बॉलीवुड स्टार अनुष्का शर्मा से इटली में शादी की। 2021 में उनकी बेटी वामिका और 2024 में उनके बेटे अकाय का जन्म हुआ। दो बच्चों के पिता के रूप में, विराट परिवार को समय देना नहीं भूलते। उनकी "विराट कोहली फाउंडेशन" जरूरतमंद बच्चों की मदद करती है, और कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने PM CARES और महाराष्ट्र CM रिलीफ फंड में दान दिया।
पुरस्कार और रिकॉर्डविराट के नाम पद्म श्री (2017), राजीव गांधी खेल रत्न (2018), और कई ICC अवॉर्ड्स हैं। वह 2011 विश्व कप, 2013 और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी, और 2024 टी20 विश्व कप का हिस्सा रहे। वह ODI में सबसे ज्यादा 51 सेंचुरी और IPL में सबसे ज्यादा 8 सेंचुरी के रिकॉर्ड होल्डर हैं। 2025 में, पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी 51वीं ODI सेंचुरी ने भारत को जीत दिलाई।
विराट कोहली की कहानी एक सपने की तरह है—दिल्ली की गलियों से शुरू होकर विश्व क्रिकेट के शिखर तक। 2025 में RCB की IPL जीत और टेस्ट संन्यास ने उनके करियर को और भी खास बना दिया। 82 सेंचुरी और दो बच्चों के साथ, वह न सिर्फ क्रिकेटर, बल्कि एक प्रेरणा हैं, जिन्होंने दिखाया कि जुनून और मेहनत से कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती है। क्या वह सचिन के 100 सेंचुरी के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे? यह समय बताएगा, लेकिन फिलहाल, किंग कोहली का राज कायम है!

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top