मैनचेस्टर, 27 जुलाई 2025: भारत और इंग्लैंड के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट मैच एक रोमांचक ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड के विशाल स्कोर के सामने जबरदस्त जुझारूपन दिखाते हुए हार को टाल दिया और सीरीज को 2-1 से जीवित रखा। अब सबकी नजरें 31 जुलाई से शुरू होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट पर टिकी हैं, जो द ओवल में खेला जाएगा।
पांच दिन तक चले इस टेस्ट मैच में दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी, जिसके बाद भारत ने अपनी पहली पारी में 358 रन बनाए। साई सुदर्शन (61), यशस्वी जायसवाल (58) और ऋषभ पंत (54) ने अहम योगदान दिया, लेकिन बेन स्टोक्स की शानदार गेंदबाजी (5/72) ने भारत को बड़ा स्कोर बनाने से रोका।
जवाब में, इंग्लैंड ने जो रूट (150), बेन स्टोक्स (141), बेन डकेट (94) और जैक क्रॉली (84) की शानदार पारियों की बदौलत 669 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। भारत के लिए रविंद्र जडेजा ने 4/143 के आंकड़े के साथ सबसे ज्यादा विकेट लिए। इंग्लैंड ने पहली पारी में 311 रनों की बढ़त हासिल की।

भारत की दूसरी पारी: एक यादगार संघर्षभारत की दूसरी पारी की शुरुआत निराशाजनक रही, जब पहले ही ओवर में यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन बिना खाता खोले आउट हो गए। लंच के समय भारत का स्कोर 1/2 था, और 300 से ज्यादा रनों की बढ़त के साथ इंग्लैंड पूरी तरह हावी था। लेकिन इसके बाद शुभमन गिल (103) और केएल राहुल (90) ने 188 रनों की साझेदारी कर भारत को संकट से उबारा।

चौथे दिन के अंत तक भारत ने 174/2 का स्कोर बनाया, जिसमें गिल और राहुल नाबाद थे। पांचवें दिन रविंद्र जडेजा (107*) और वाशिंगटन सुंदर (101*) ने नाबाद 203 रनों की साझेदारी कर भारत को हार से बचाया। दोनों ने न केवल मैच बचाया, बल्कि अपने-अपने शतक भी पूरे किए। भारत ने दूसरी पारी में 143 ओवर खेलकर 425/4 का स्कोर बनाया और 114 रनों की बढ़त हासिल की।

मैच के आखिरी घंटे में इंग्लैंड ने ड्रॉ की पेशकश की, लेकिन गिल ने इसे ठुकरा दिया ताकि जडेजा और सुंदर अपने शतक पूरे कर सकें। इस दौरान इंग्लैंड की निराशा साफ दिखी, और कुछ खिलाड़ियों ने धीमी गति से गेंदबाजी की, जिसे कुछ लोगों ने असम्मानजनक माना। फिर भी, भारतीय बल्लेबाजों ने अपने धैर्य और कौशल से इंग्लैंड को जीत से वंचित रखा।
